गौरक्षा के नाम पर हिंसा और भीड़ हत्या (मॉब लीचिंग) के मुद्दे पर लोकसभा में सोमवार 31 जुलाई को बहस होगी। सूत्रों ने बताया कि सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी खेमे दोनों के बीच इस मुद्दे पर एक दिन की बहस करने पर सहमति हो गई है।
खबर के मुताबिक, इस मुद्दे पर लोकसभा में दिन भर बहस करने के लिए सहमत हो गए हैं, लेकिन अगर जरूरत पड़े, तो अगले दिन भी उस पर बहस हो सकती है। उन्होंने बताया कि मुख्य विपक्षी कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्षी खेमे से बहस के नेता होंगे, जबकि कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भागीदारी की भी उम्मीद है।
हालाँकि, बहस के दौरान मॉब लिंचिंग शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा या नहीं, अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। सरकार और भाजपा द्वारा बहस में भाग लेने वालों में एक महिला सांसद भी होंगी। उल्लेखनीय है कि लोकसभा में विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के बीच इस मुद्दे पर पिछले एक सप्ताह से गतिरोध जारी है।
दोनों पक्ष एक दूसरे पर हमले करते रहे हैं। जहां मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर बहस से भाग रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने स्पष्ट किया था कि सरकार सभी मुद्दों सहित कथित मॉब लिंचिंग पर बहस के लिए हर समय तैयार है।
इस बीच भाजपा के सूत्रों ने बताया कि सोमवार को लोकसभा में इस मुद्दे पर बहस के दौरान पार्टी नेता बहुल समुदाय पर हो रहे हिंसा के प्रति विपक्ष के दोहरे मापदंड को उजागर करने की कोशिश करेंगे, जिसमें वे निश्चित तौर पर पश्चिम बंगाल के बशीरहाट हिंसा और केरल में उनके अनुसार सरकारी समर्थन से होने वाले राजनीतिक हिंसा का भी उल्लेख किया जाएगा।