मोदी के बिहार दौरे से लगी आस, क्या पूरी होगी ‘विशेष राज्य’ की मांग?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार आने वाले हैं. प्रधानमंत्री के बिहार दौरे को लेकर सियासत भी शुरु है. जहां सत्ताधारी दल के नेताओं को पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री बिहार के लिए कुछ घोषणा कर सकते हैं, तो वहीं राजद नेता कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री से कुछ नहीं मिलने वाला.

प्रधानमंत्री पटना विवि के शताब्दी समारोह में आ रहे हैं, इसलिए विश्वविद्यालय से जुड़े प्रोफेसरों की भी उम्मीद है कि इस बार पटना विवि को जरुर केंद्रीय विवि का दर्जा मिल जायेगा जो वर्षों से लंबित है.

प्रधानमंत्री पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में भाग लेने के लिए 14 अक्टूबर को पटना आ रहे हैं. पीएम के आगमन को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है. वहीं उनके बिहार दौरे को लेकर सियासत भी होने लगी है. नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद प्रधानमंत्री दूसरी बार बिहार दौरे पर आ रहे हैं.

विशेष पैकेज से लेकर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर नीतीश कुमार जब एनडीए में नहीं थे तो केंद्र पर लगातार हमला करते थे, लेकिन अब नीतीश एनडीए में हैं. जदयू नेताओं की माने तो प्रधानमंत्री के दौरे से पूरी उम्मीद है. सरकार सुसंगत तरीके से अपनी मांगों को भी रखेगी. हालांकि राजद नेताओं को अब भी कोई उम्मीद प्रधानमंत्री से नहीं है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की माने तो पहले नीतीश दवाब डाल सकते थे, लेकिन अब उस स्थिति में नहीं हैं. इसलिए जो लंबित योजनाएं हैं उसमें कुछ मिलने वाला नहीं है. चाहे विशेष पैकेज का राशि हो या फिर विशेष राज्य का दर्जा.

बिहार में रेलवे की कई योजना लंबित है साथ पावर प्रोजेक्ट की योजना भी है. इसके अलावा विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग तो वर्षों से हो रही है. नीतीश कुमार कई सालों से इसे केंद्र सरकार के समक्ष उठा रहे हैं.