लख़नऊ। बीते कुछ समय से ‘तीन तलाक’ के मुद्दे को बेवजह हवा देने पर आल इंडिया मुस्लिम वीमेन पर्सनल लॉ बोर्ड ने आज मोदी सरकार पर निशाना साधा है. बोर्ड ने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले तीन तलाक़ का मामला उठाकर वोट बैंक की राजनीति कर रही है. यह मुद्दा मात्र कुछ मुस्लिम महिलाओं को लुभाने के लिए ही उठाया जा रहा है.
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने सभी राजनीतिक पार्टियों से आग्रह किया कि वे अपने चुनावी घोषणापत्र में तीन तलाक़ का ज़िक्र न करें.
यहां एएनआई से बात करते हुए शाइस्ता, ‘यह सच है कि वास्तव में मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक़ के मसले पर चिंतित हैं, ऐसे में वे राजनीतिक दलों के नेताओं से गुजारिश करती हैं कि वे तीन तलाक़ के मामले को चुनावों के दौरान नहीं उठायें. जो भी पार्टी वोटों के लिए इस मामले को चुनावों में उठाएगी हम उसको वोट नहीं देंगे. वे इस मामले को वोट बैंक से नहीं जोडें.
बोर्ड ने तलाक़ की प्रक्रिया का बचाव करते हुए कहा कि किसी महिला को मारने से बेहतर कि उसको तलाक़ दे दो.
बता दें कि दिसंबर माह में तीन तलाक के मुद्दे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा था कि तीन तलाक असंवैधानिक है और इससे महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों का हनन होता है.