‘मुसलमानों से मामलात को ठीक करने के लिए मोदी सरकार फिक्रमंद’

नई दिल्ली: आम चुनाव 2019 का एजेंडा भाजपा और मोदी सरकार का क्या होगा यह कह पाना फ़िलहाल मुश्किल है, क्योंकि जिस तरह के विवादित बयान उनकी ओर से दिए जाते हैं उसकी आधार नफरत पर होती है, जबकि आखिरी साल में सरकार के रवैये से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वह अपने नारे ‘सबका साथ सबका विकास’ की ओर बढ़ रही है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पहली बार माहे रमजान और इदुल फित्र की बधाई का दिया जाना हो या फिर घाटी कश्मीर में जाकर केंद्र गृहमंत्री राजनाथ सिंह का मस्जिद में सजदा करना हो और या फिर शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी से संपर्क करना हो, यह इस बात की दलील है कि मोदी सरकार अब मुसलमानों से करीबी चाहती है और इसके लिए वह लगातार संघर्ष कर रही है।

इसी संबंध में केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल बहुत जल्द शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी से जामा मस्जिद में मुलाकात करेंगे और शाही इमाम ने भी कहा है कि उनके दरवजे सबके लिए खुले हैं, किसी के लिए भी बातचीत के दरवाजे बंद नहीं हैं चाहे वह सरकार के लोग ही क्यों न हों।