मोदी सरकार के आयुष मंत्रालय की सलाह, स्वस्थ बच्चा चाहिए तो मांस और सेक्स न करें महिलाएं

नई दिल्ली: मोदी सरकार के एक मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं को सलाह दी है कि वो मांस और सेक्स से दूर रहें। आयुष मंत्रालय का कहना है कि स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए एक गर्भवती महिला को सेक्स और मीट से दूर रहना चाहिए।

आयुष मंत्रालय के मुताबिक, गर्भावस्था में महिलाओं को मांस, सेक्स और बुरी संगत से बचना चाहिए। ऐसे समय में महिलाओं को अपने कमरे में स्वस्थ बच्चे की खूबसूरत तस्वीरें लगानी चाहिए।

हिंदुस्तान टाईम्स के एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार की तरफ से सहायता प्राप्त संस्थान सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन योगा एंड न्यूपोपैथी की एक बुकलेट मदर एंड चाइल्ड केयर में गर्भवती महिलाओं को यह सुझाव दिए गए हैं। इस संस्थान की वेबसाइट पर योग और न्यूरोपैथी को स्वास्थ्य के लिए प्राचीन भारतीय परंपराएं कहा गया है।

गौरतलब है कि भारत में हर साल 26 मिलियन बच्चे पैदा होते हैं। इस बुकलेट को आयुष मंत्रालय के राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने जारी किया है। बता दें कि पिछले महीने जामनगर के गर्भविज्ञान अनुसंधान केंद्र ने एक दंपति से पैसे लेकर यह सुझाव दिया था कि वह शुभ दिन यौन संबंध बनाएं और इसके बाद संयम बरतें। इसको लेकर काफी हंगामा मचा था।

उल्लेखनीय है कि अधिकतर गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर प्रोटीन की कमी, कुपोषण और एनिमिया मांस-मछली खाने की सलाह देते हैं। जहां तक सेक्स बात है तो यदि गर्भावस्था सामान्य है, तो उसमें संयम बरतने की कोई जरूरत नहीं होती है। क्योंकि गर्भ में बच्चे को अमीनोटिक द्रव और गर्भाशय की मांसपेशियों द्वारा संरक्षित किया जाता है।