लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ दौरे को लोकसभा चुनावों के मद्देनजर युवाओं को अपनी जुमलेबाजी के भ्रमजाल में फंसाने का तरीका करार दिया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री एक बार पुनः अपनी जुमलेबाजी और कुछ गिने चुने उद्योगपतियों के माध्यम से देश के युवाओं को भ्रमजाल में फंसाने का कुचक्र रचने के लिए ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पधार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उद्योगों की नींव डालने का मतलब यह नहीं है कि तत्काल बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध हो जायेगा। वास्तविकता यह है कि उद्योग प्रारम्भ होने में कई वर्षो का समय लगेगा और रोजगार के कितने पद सृजित होते हैं यह भी अंधकार में रहेगा।
ऐसा भी सम्भव है लोकसभा चुनावों की समाप्ति के बाद उद्योगों की स्थापना रूक जाय और बेरोजगार पुनः अपने को ठगा महसूस करें। जिस प्रकार 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले 2 करोड युवाओं को प्रतिवर्श रोजगार देने का वादा करके सत्ता हासिल की गयी थी और बाद में कहा गया कि वह तो जुमला था।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार और उसके नेता जुमलेबाज और धोखेबाज के अतिरिक्त गरीबों और मजदूरों के प्रति केवल घडियालू आंसू बहाने वाले हैं। आगामी चुनाव में इन लोगो को जैसा बोया है वैसा ही काटने को मिलेगा।