पाकिस्तान और चीन से सीमा को लेकर चल रहे विवादों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि किसी भी विवाद का हल सिर्फ बातचीत के ज़रिए किया जा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनियाभर में दोशों और समाज को एक-दूसरे से अलग करने वाली धार्मिक रूढ़िवादी जड़ों और पूर्वाग्रहों को खात्म करने के लिए बातचीत ही विकल्प है।
प्रधानमंत्री ने यह बातें यांगोन में आयोजित ‘संवाद-ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन कॉन्फ्लिक्ट अवॉयडेंस एंड एंटरटेनमेंट कॉन्शियसनेस’ नाम के कार्यक्रम में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए कहीं।
पीएम ने कहा, ‘आप सभी जानते हैं कि 21 वीं सदी में विश्व आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे कई वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहा है, मुझे पूरा भरोसा है कि इन सबका समाधान एशिया की सबसे पुरानी परंपरा बहस और बातचीत के जरिए निकलेगा।
प्राचीन भारतीय परंपरा कठिन मुद्दों का हल निकालने के लिए बातचीत में विश्वास रखती है।’ उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत का ‘तर्क शास्त्र’ का सिद्धांत बातचीत और वादविवाद पर आधारित है जो कि संघर्ष से बचने और विचारों के लेन-देन का मॉडल है।