प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में बाढ़ से मची तबाही पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में भारत नेपाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए बताया कि मैंने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से फोन पर बात कर वहां के हालात की जानकारी ली। इसके साथ ही बाढ़ के हालात से निपटने के लिए भारत की ओर से हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया।
प्रधानमंत्री के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। यूज़र्स पीएम के नेपाल प्रेम पर भड़क गए और उन्हें खरी खोटी सुना डाली। कई यूजर्स ने लिखा कि आपको नेपाल की चिंता है ये बहुत अच्छी बात है लेकिन एक बार अपने देश में बाढ़ से मर रहे लोगों के प्रति भी संवेदना व्यक्त कर देते।
https://twitter.com/sirpareshraval/status/898539726952570880?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.patrika.com%2Fmiscellenous-india%2Fpm-narendra-modi-condoles-the-death-of-people-in-floods-in-nepal-1728864%2F
विदेशों में जब भी कोई हादसा होता है तब बहोत जल्दी ट्वीट आता है,बाढ़ से बिहार में भी लोग मर रकहें है उनके लिए भी अफसोस जताना चाहिए थामोदीजी
— Dimple (@Dimplesep91) August 18, 2017
बिहार के साथ ही यूज़र्स ने उनके गृह राज्य गुजरात का भी ज़िक्र किया, जहां स्वाइन फ्लू से अब तक 230 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन प्रधानमंत्री ने अभी तक इसपर कोई संवेदना नहीं व्यक्त की।
इसके साथ ही यूज़र्स ने गोरखपुर हादसे पर पीएम की ओर से बहुत देर से प्रतिक्रिया आने पर भी नाराज़गी ज़ाहिर की।
गोरखपुर पर आप मोन क्यों है मौन सब्द तो याद होगा न आपको।
— विनीत दीक्षित বিনীত দীক্ষিত🇮🇳 (@vinitIYC) August 18, 2017
बता दें कि बिहार के 13 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर रहा है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 150 हो गई है, जबकि राज्य के करीब 70 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।