इस्लामिक सकॉलर तारिक जमील की इस विडियो को देखकर आप अपनी मां बाप के पेश आने वाले तरीके में बदलाव कर लेंगे। इस बयान में तारिक जमील साहब ने बताया कि कैसे मां बाप के साथ पेश आना चाहिए और इसके क्या हुक्म हैं इसलाम में।

एक हवाला देते हुए तारिक जमील ने बताया कि आप अगर सुबह उठकर सिर्फ एक बार मोहब्बत की नजर से अपनी मां बाप को देख ले तो जन्नत के दो दरवाजे खोल दिए जाते हैं।
https://youtu.be/jOHz0F3-q4Q
बताया कि अगर आप दुनिया में आखिरत की कामयाबी चाहते हैं तो मां बाप के साथ सही तरीके से पेश आयें, मोहब्बत से पेश आये।

कहा कि अगर मां बाप जिन्दा है तो दुनिया और आखिरत बना लो। एक वाक्या बयान करते हुए कहा कि एक एक लड़का था जो पहले न नमाज़ पढता और न ही कोई इसलाम से रिश्ता रखता, लेकिन जब वह बदल गया तो बता रहा था कि उसकी कोई भी दुआ खाली नहीं गयी, कभी अल्लाह ने दुआओं को ठुकराया नहीं, जब मैंने पूछा तो कहा कि मैं अपने मां बाप की खुब खिदमत की है।
हर रोज उनके पैर दबाता और अपनी बांहों में लेकर चुमता था। उनकी खुब दुआएं ली है। शायद यही वजह है कि मेरी दुआओं को अल्लाह ने कभी खाली नहीं जाने दिया।
हवाला दिया ओवैस करनी रजिअल्लाह का जिन्होंने कैसे अपनी मां की खिदमत कर अल्लाह कोने राजी कर लिया था। उन्होंने अपने बयान में कहा कि ओवैस रजिअल्लाह को किसी की दुआओं की जरूरत नहीं थी, वे जब भी हाथ उठाते अल्लाह ने दुआओं को कबूल किया।