नई दिल्ली। आज से मानसून सत्र शुरू हो गया है। संसद पहुँच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जीएसटी लागू होने से संसद का यह सत्र नई उमंग से भर जाएगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी एक साथ काम करने के लिए दूसरा नाम है।
उन्होंने जीएसटी का नया नाम बताते हुए इसे ‘ग्रोइंग स्ट्रॉंगर टुगेदर ‘ कहा। मीडिया से बात करते हुए मोदी ने कहा, इस समय लोगों का ध्यान मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा को लेकर रहेगा। उन्होंने इस सत्र की शुरुआत में किसानों को सलाम करते हुए कहा, कि वह इस मौसम में कड़ी मेहनत कर देशवासियों के लिए भोजन की व्यवस्था करते हैं। इसके अलावा उन्होंने आगामी सत्र को लेकर कहा, ‘मुझे विश्वास है कि सभी राजनीतिक दल, सांसद राष्ट्रहित में निर्णय करेंगे और हर विचार और प्रणाली में वेल्यु एडिशन करेंगे।’
मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, कि ‘आज से मानसून सत्र शुरू हो रहा है। जिस तरह गर्मी के बाद पहली बारिश मिट्टी में नई सुगंध लाती है। वैसे ही जीएसटी के बाद पूर्ण सत्र नई उमंग से भर जाएगा। जीएसटी से साबित हो चुका है कि देश की सभी पार्टियां और सरकारें राष्ट्रीय हित में काम करती हैं। इसका नया नाम ‘ग्रोइंग स्ट्रॉंगर टुगेदर ‘ भी होगा।
इसके बाद उन्होंने कहा, मानसून सत्र के बीच ही 9 तारीख को अगस्त क्रांति के 75 साल पूरे हो रहे हैं। पूरे देश का ध्यान इस सत्र में होगा। वहीं विपक्षी पार्टियां इसमें कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए तैयार हैं। इसे देखते हुए सत्र के काफी अशांत होने के आसार हैं। हालांकि लोकसभा की कार्यवाही सरल तरीके से चलाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक की। लेकिन कांग्रेस ने कुछ मुद्दों पर सरकार को घेरने का संकेत दिया।
पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद ने चीन, कश्मीर, किसानों की हालत, गोरक्षा द्वारा किए जा रहे अत्याचार जैसे कई मुद्दों को लोकसभा में उठाने की बात कही है।