सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो के मुताबिक, मास्को के मुस्लिम म्यांमार दूतावास के सामने रोहनिया मुस्लिमों के साथ एकजुटता में इकट्ठे हुए, रोहिंग्या मुसलमान जो म्यांमार देश के परेशान उत्तर-पश्चिम में सताए जाने से तंग हैं।
Несогласованный митинг мусульман. Онлайн у меня в Телеграме: https://t.co/2bw2sfW6F5 pic.twitter.com/RvCj5oRMjc
— Ilya Varlamov (@varlamov) September 3, 2017
रविवार को रूसी राजधानी में म्यांमार दूतावास के सामने रैली हुई। दूतावास के पास भारी पुलिस की उपस्थिति फ़ोटो और वीडियो में देखी जा सकती है।
मास्को पुलिस प्रेस सर्विस ने टीएएसएस न्यूज़ एजेंसी को बताया कि, “विरोध के दौरान सार्वजनिक आदेश का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है, दूतावास के पास कम से कम 800 लोग इकट्ठा हुए।
यूट्यूब वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी इमारत के सामने इबादत (‘सलात’ या ‘नमाज’) कर रहे हैं।
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वीडियो में “अल्लाहु अकबर” चिल्लाते हुई भीड़ दिख सकती हैं।
https://www.instagram.com/p/BYk1q8xATAQ/
सोशल मीडिया के लोग दावा करते हैं कि लगभग एक हजार कार्यकर्ता ने रैली में भाग लिया। कुछ इन्स्ताग्राम के यूजर्स ने टिप्पणियों के साथ पोस्ट साझा किए: जैसे “मुसलमानों पर अत्याचारों को रोको।”
Около тысячи мусульман собрались в Москве недалеко от посольства Мьянмы
Geplaatst door Юнус Запиров op Zondag 3 september 2017
इस क्षेत्र में कम से कम 20 पुलिस कार और एक बख्तरबंद वाहन देखा गया है, इंटरफेक्स ने बताया कि स्थिति अब शांत है।
एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि, “जब हम अपने भाइयों और बहनों के प्रति असमानता देखते हैं, हम विरोध प्रदर्शन करते हैं, यही कारण है कि आज हम यहां इकट्ठे हुए हैं, हम एकजुट हैं और पूरी दुनिया को दिखाना चाहिए कि मुसलमान शांतिपूर्ण हैं।”
इंटरफैक्स संवाददाता ने बताया कि मॉस्को के अधिकारियों ने विरोध को मंजूरी नहीं दी है।
Некоторые люди настроены довольно агрессивно, звучали призывы прорывать оцепление ОМОНа. Некоторые молятся: https://t.co/2bw2sfW6F5 pic.twitter.com/0Dkrdt7MvR
— Ilya Varlamov (@varlamov) September 3, 2017
म्यांमार की स्थिति बौद्ध और रोहिंग्या मुसलमानों के बीच टकराव के कारण अगस्त में बढ़ी थी। अगस्त के अंत में देश में संघर्ष और सैन्य विरोध में लगभग 400 लोग मारे गए थे।
हिंसा के बाद से लगभग 73,000 रोहिंगिया पड़ोसी बांग्लादेश में भाग गए हैं।
म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो जीटरस ने “संयम और शांत” के लिए आग्रह किया है।