रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में मास्को में प्रदर्शन, लोगों ने कहा- हम ज़ुल्म के ख़िलाफ एकजुट हैं

रूस की राजधानी मास्को में पीड़ित रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में रविवार को म्यांमार दूतावास के सामने एक रैली का आयोजन किया गया।

टीएएसएस न्यूज़ एजेंसी ने पुलिस के हवाले से बताया कि दूतावास के पास कम से कम 800 लोग इकट्ठा हो गए और म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एजेंसी ने बताया कि विरोध के दौरान सार्वजनिक आदेश का कोई उल्लंघन नहीं हुआ।

इस विरोध प्रदर्शन की सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो भी शेयर की गई हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि विरोध के दौरान प्रदर्शनकारी एक इमारत के पास नमाज़ अदा कर रहे हैं और कुछ प्रदर्शनकारी “अल्लाहु अकबर” के नारे बुलंद कर रहे हैं।

इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। इंटरफेक्स ने बताया कि दूतावास के पास कम से कम 20 पुलिस कार और एक बख़्तरबंद वाहन देखा गया।

एक प्रदर्शनकारियों ने टीएएसएस को बताया, “जब हम अपने भाइयों और बहनों के प्रति असमानता देखते हैं, तब हम इसके खिलाफ प्रदर्शन करते हैं। इसी वजह से हम आज यहां इकट्ठे हुए हैं, हम एकजुट हैं और यह पूरी दुनिया को दिखाना चाहिए कि मुसलमान अमनपसंद हैं।

इंटरफेक्स के संवाददाता ने बताया कि मॉस्को के अधिकारियों ने विरोध को मंजूरी नहीं दी है।

रायटर्स के मुताबिक, एक छोटा सा दक्षिण पूर्वी एशियाई देश म्यांमार की स्थिति अगस्त में बौद्ध और रोहिंग्या मुसलमानों के बीच टकराव की वजह से बेहद ख़राब गई। इस हिंसा में अगस्त के अंत तक देश में करीब 400 लोग मारे गए।

विवियन टैन, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) की स्थानीय प्रवक्ता ने रायटर को बताया कि हिंसा के बाद करीब 73 हज़ार रोहिंगिया मुसलमान शरण लेने के लिए पड़ोसी देश बांग्लादेश पहुंच गए।

बता दें कि इससे पहले रविवार को  इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में म्यांमार दूतावास के पास रोहिंग्या मुस्लिमों के समर्थन में एक प्रदर्शन आयोजित किया गया था।