मुंबई की बारिश में फंसे लोगों के लिए मस्ज़िद, मदरसों और दरगाहों ने खोले दरवाज़े

कहते हैं इंसानियत का कोई मज़हब नहीं होता, कुछ ऐसा ही नज़ारा मुंबई में उस वक्त देखने को मिला जब भीषण बारिश की मार झेल रहे लोगों के लिए मुंबई की मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों ने अपने दरवाज़े खोल दिए।

महानगर की करीब 20 मस्जिदों ने बारिश में फंसे हर धर्म के लोगों की मदद के लिए खाने-पीने और रहने का इंतेज़ाम किया है।

मदद के लिए आगे बढ़ी यह इबादतगाहें ज़्यादातर रेलवे स्टेशनों, हाइवे, मार्केट और कॉर्पोरेट पार्क के पास हैं।

इनमें चिस्ती हिंदुस्तानी मस्जिद, माहिम दरगाह, माहिम मेमन हॉल, डावनी मस्जिद (नागपाड़ा), बांदरा जामा मस्जिद, मिल्लत स्कूल ब्व़ॉज़ (जोगेश्वरी), नज़र अली इमामबारगाह (कुर्ला), मेहफिल-ए-मुस्तफा, केसर बाग़ (डोंगरी), शिया जामा मस्जिद-बड़ा इमामबाड़ा (गोवंडी), नेशनल मार्केट मस्जिद (वडाला) जैसी इबादतगाहें शामिल हैं।

बता दें कि सोमवार रात से ही मुंबई के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से अंधरी सब-वे, मालाड सब-वे, कुर्ला, एलिफ़िस्टन स्टेशन पश्चिम, दादर में हिंदमाता के पास और लोअर परेल जैसे निचले इलाक़ों में जगह-जगह जलजमाव हो गया है। जिससे आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनें और उड़ानें रद्द की गई हैं।