लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट और मानवधिकार आयोग के नोटिस के बावजूद राज्य में एनकाउंटर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मानवधिकार कार्यकर्ता और समाजिक संगठनों से जुड़े से लोग लगातार योगी सरकार से मांग कर रहे हैं कि फर्जी एनकाउंटर का यह खेल बंद किया जाए।
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दूसरी ओर सरकार अभी भी एनकाउंटर नीति को जारी रखे हुए और आज भी बाराबंकी जिला में एक मुडभेड़ में दो लोग मारे गए हैं। पूर्व आईजी और सरगर्म इंसानी मानवधिकार कार्यकर्ता एस दारा पूरी का कहना है कि यह एनकाउंटर बदमाशों के खिलाफ कम और अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़े वर्गों के खिलाफ ज्यादा हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जितने भी एनकाउंटर अभी तक इस सरकार ने किराये हैं उनमें सबसे ज्यादा मुसलमान मारे गए हैं। उनके अलावा बड़ी संख्या में दलित और पिछड़े वर्गों के लोगों की जानें ली गई हैं। एस दारापुरी के मुताबिक, इस सरकार का जो भी विरोधी हो वह सुरक्षित नहीं उसे कसी भी समय और कहीं भी एनकाउंटर के नाम पर मारा जा सकता है।