इराक़ से अलग होने की कोशिश पर कुर्दिस्तान पर पड़ी पहली मार, पेट्रोल के लिए मचा हाहाकार

तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा है कि कुर्दिस्तान को इराक़ से अलग करने के उद्देश्य से कराया गया जनमत संग्रह, कुर्दों के लिए गंभीर समस्याएं पैदा करेगा। वही इस मामले में इराक़ के उप राष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री नूरी मालेकी ने अपने बयान में कहा कि क्षेत्रीय देश इराक़ी कुर्दिस्तान के बहिष्कार में गंभीर हैं, अरबील के अधिकारियों से अपील की है कि अभी मौक़ा है जो ग़लत रास्ता उन्होंने चुना है उससे वापस लौट आएं।

इराक़ी प्रधानमंत्री हैदर अलएबादी ने मंगलवार को खुले शब्दों में इराक़ी कुर्दिस्तान को 72 घंटे का समय दिया था कि वह अरबील हवाई अड्डे और सीमावर्ती पासों का नियंत्रण केन्द्र सरकार के हवाले कर दे।

हालांकि इसके बाद बग़दाद और विश्व समुदाय के कड़े विरोध के बावजूद, कुर्दिस्तान को इराक़ से अलग कराने के लिए सोमवार को आयोजित कराए गए जनमत संग्रह की पहली मार जनता को झेलनी पड़ रही है।

कुर्दिस्ता के पास तेल होने के बावजूद,  पेट्रोल की आपूर्ति के लिए वह इराक़ और अन्य देशों पर निर्भर है। कुर्दिस्तान में पैट्रोल की क़ीमतें बढ़ना शुरू हो गई हैं और लोगों को पैट्रोल हासिल करने के लिए काफ़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

इराक़ और उसके पड़ोसी ईरान और तुर्की जैसे अहम देशों के विरोध के बावजूद, कुर्दिस्तान के प्रमुख मसूद बारेज़ानी इराक़ के विभाजन पर अड़े रहे और उन्होंने 25 सितम्बर को अपनी यह ज़िद पूरी भी कर दी। अब देखना यह है कि इराक़ से अलग होकर और ईरान और तुर्की के कड़े विरोध के बावजूद, क्या कुर्दिस्तान एक अलग देश बन पाएगा?