योगी राज में बेटे को खो चुकी इस माँ को नहीं मिल रहा है इंसाफ, दर-दर की खा रही है ठोकर

यूपी के बस्ती में एक माँ अपने बेटे की मौत के बाद इंसाफ की गुहार लगा रही है। इसके लिए एसपी, डीआईजी और मुख्यमंत्री तक उसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही।

एक दुखियारी मां जिसके बेटे दीपक सिंह उर्फ रोमी का गत 29 मई की रात में गांव के ही कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया और हत्या कर उसकी लाश लखनऊ गोमती नदी में फेंक दी।

पैकोलिया थाना क्षेत्र की लक्ष्मीबाई वार्ड नंबर 7 की रहने वाले टेंट व्यवसायी चन्द्रभान सिंह की पत्नी कैलाशा देवी थाने में अपने बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज कराने के लिए गई। लेकिन पुलिस ने उसे ये कहकर वापिस लौटा दिया कि मामूली विवाद है लड़का वापस आ जायेगा।

 

लेकिन अगले दिन लड़का वापस नहीं आया लेकिन दूसरे दिन उसके मौत की खबर आई। पुलिस ने बेटे की लाश को लावारिश करार देने की पूरी तैयारी की हुई थी।

लेकिन काफी मिन्नतें करने के बाद पुलिस वालों ने मृतक की फिर से तलाशी ली तो उसकी जेब से पहचान पत्र मिला।
शिनाख्त और पोस्टमार्टम के बाद लाश परिजनों को सौंपी गई। मृतक की माँ कैलाशा देवी का कहना है कि बेटे की हत्या को दूसरा मोड़ देने के लिए फर्जी सुसाइड नोट भी दिया गया।

कैलाशा देवी ने गांव के नीशू गुप्ता, हरीश कन्नौजिया, शांति कन्नौजिया, अजय गुप्ता और अभय गुप्ता पर बेटे की हत्या व हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस मामले में चुप रहने के लिए उनपर पैसों का दबाब बनाया जा रहा है। न्याय के लिये मैं कहीं आवाज न उठाऊं इसके लिये दूसरे बेटे पर भी जानलेवा हमला किया गया।

 

उसे भी मारने की धमकी दी गयी। उनकी टेंट की दुकान पर रात में 12 बजे बम फेंका गया। घटना में किसी को चोट नही लगी, लेकिन विस्फोट भयानक था, दुकान की शटर का कुछ हिस्सा बम के प्रभाव से उड़ गया।
इस मामले में अब गोमतीनगर थाने में मामला दर्ज किया गया है।