नई दिल्ली: आल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल कासमी ने केंद्रीय कैबिनेट के जरिये बलात्कार के आरोपियों के लिए सजाए मौत की प्रस्ताव वाले ऑर्डिनेंस को मंज़ूरी दिए जाने को देर से उठाया गया बेहतर कदम बताते हुए उसका स्वागत किया है मगर साथ ही कहा है कि इसमें पीड़िता की उम्र के एतबार से कटेगरी की कोई जरूरत नहीं है।
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बल्कि बलात्कार के सभी आरोपियों के लिए सजाए मौत होनी चाहिए, चाहे उन्होंने किसी बच्ची का बलात्कार किया हो या किसी किशोरी की या फिर किसी वृद्ध महिला को अपनी हवस का शिकार बनाया हो।
उन्होंने यह भी कहा कि बलात्कार के आरोपियों की उम्र और संख्या के एतबार से भी भेदभाव की कोई जरूरत नहीं बल्कि सभी के लिए फांसी की सज़ा का प्रस्ताव होना चाहिए वरना लोग अपराध को हल्का करने के लिए इस सब चीज़ों का फायदा उठाकर आज़ाद हो जाते हैं।