भोपाल: भोपाल के ऐतिहासिक मस्जिदों और मंदिरों के अस्तित्व को खतरा है। राजस्व विभाग ने अपनी रिपोर्ट में भोपाल जिले की 118 मस्जिदों के साथ एक हजार से अधिक मंदिरों को गैर कानूनी निर्माण की श्रेणी में शामिल किया है। चुनावी साल में मुसलमानों और हिंदुओं की नाराजगी शिवराज सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
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भोपाल को नवाबों की नगरी कहा जाता है। उनके विवेकाधिकार में जहां प्रक्रति की सुंदरता शामिल है, वहीं उसे मस्जिदों और मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। लेकिन मस्जिदों और मंदिरों के इस शहर की एक बड़ी धार्मिक इमारतों को राजस्व विभाग की रिपोर्ट में अवैध बताने से यहाँ के हिंदू मुसलमानों के साथ साथ सिख और ईसाई भी नाराज हैं।
भोपाल में यह विवाद 2011 में शुरू हुआ था, जिस पर मुस्लिम समन्वय समिति ने विभिन्न विभागों में आरटीआई अधिनियम के तहत जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें अभी तक जानकारी नहीं दी गई है।