नई दिल्ली: भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के 4 साल पूरे होने पर शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है क्या देश के मुसलमान भारतीय नागरिक है या नहीं और अगर नागरिक है तो फिर उसके साथ अत्याचार क्यों क्यों की जा रही है और सबका साथ सबका विकास के कॉल पर अमल क्यों नहीं क्या जा रहा है?
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उसके साथ ही शाही इमाम ने सेकुलर पार्टियों की ओर से महागठबंधन के लिए जाने वाली कोशिशों की सराहना की, जबकि उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि यह तभी संभव हो सकता है कि जब सभी पार्टियाँ अवसरवादी छोड़ दें और ठोस रणनीति के साथ अमल करना शुरू करें। प्रेस नोट के साथ साथ शाही इमाम ने इंकलाब ब्यूरो से विशेष बातचीत की। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी जब मुस्लिम देशों के दौरे पर जाते हैं तो यह प्रभाव देने की कोशिश करते हैं कि वह मुसलमान के बहुत बड़े दोस्त और हमदर्द हैं और भारतीय मुसलमान भी उनको एक दोस्त की हैसियत से देखता है, लेकिन जब वह वापस आते हैं तो मुस्लिम दोस्ती का मुखोटा उतारकर फेंक देते हैं।
शाही इमाम ने कहा कि पीएम ने अफगानिस्तान, ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन और जोर्डन आदि से राजनयिक नियमों से आगे बढ़कर रिश्ते कायम करने की कोशिश की है, लेकिन भारत के 25 करोड़ मुसलमानों से रिश्ता बनाने की कोई पहल उन्होंने कभी नहीं की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का “सबका साथ सबका विकास” का नारा खोखला है, जिसकी वजह से यहाँ का मुसलमान उनसे दूर से दूर तक होता चला जा रहा है।