सऊदी अरब के जेद्दा शहर में रहने वाले मोहम्मद रियाज ने गुजरात की रहने वाली हिंदू लड़की को प्रेम जाल में फंसाकर उससे शादी करने, इस्लाम धर्म कबूल कराने तथा बाद में उन्हें आईएस के सेक्स स्लेव के रूप में सीरिया भेजने के प्रयास के आरोपों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को अभी तक मोहम्मद रियाज के आतंकी संगठन आईएसआईएस से संबंधों को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है.
जांच के साथ जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने सीएनएन-न्यूज18 को बताया कि पहली नजर में कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन आईएसआईएस लिंक की जांच आगे जारी रहेगी. सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी को केरल स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से रियाज के लिंक का भी कोई सबूत नहीं मिला है.
एक अधिकारी ने कहा, “हम किसी के लिए क्लीन चिट नहीं दे रहे हैं.इस मामले में हमें गहन जांच करनी होगी.”
राष्ट्रीय जांच एजंसी (एनआईए) ने 3 फरवरी को मोहम्मद रियाज को जेद्दा (सऊदी अरब) से वापसी के बाद चेन्नई हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था, जिस पर उसकी पत्नी अक्षरा बोस ने जबरन धर्म-परिवर्तन कराने का आरोप लगाया था. उसने यह भी आरोप लगाया था कि उसे सऊदी अरब में ले जाया गया था, जहां से रियाज उसे आईएसआईएस आतंकियों को बेचने की कोशिश की थी.
उसके पास से मिले दो मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और एक पेन ड्राइव को फॉरेंसिक जांच के लिए तिरुवनंतपुरम स्थित सी-डैक भेजा गया है.
एनआईए के एक आईजी लेवल के अधिकारी ने पिछले सप्ताह रियाज से पूछताछ की थी. रियाज ने अपने बयान में आईएसआईएस के साथ लिंक, रेप, ब्लैकमेल आदि सभी आरोपों से इंकार किया है.
इनपुट्स- न्यूज़ 18