यूपी चुनाव में बसपा से गठबंधन करने वाली पार्टी कौमी एकता दल के मुखिया और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को 15 दिन की पेरोल मिलने की ख़बर आ रही है। मुख्तार के जेल से बाहर आने से पूर्वांचल में राजनीतिक समीकरण तेज़ी से बदलना तय माना जा रहा है।
सात चरणों में हो रहे यूपी विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के आजमगढ़, मऊ, बलिया और गाजीपुर सहित कई जिलो के मुस्लिमों और दलितों के बीच मुख़्तार अंसारी एक बड़ा चेहरा हैं। इन जिलों में चुनाव होना अभी बाकी है। यहाँ छठवें और सातवें चरण में वोटिंग होना है।
ऐसे में चुनाव से ठीक पहले मुख्तार अंसारी के जेल से बाहर आने से मुस्लिम मतों के ध्रुवीकरण से भी इंकार नहीं किया जा सकता। वहीँ मुख्तार के बसपा के साथ जाने के कारण बसपा का दलित वोट बैंक मुस्लिमों के साथ मिल सकता है।