क्या कोई मां अपनी बहू को बचाने के लिए अपने ही बेटे को मार सकती है । आप कहेंगे नहीं लेकिन मुंबई में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक मां ने अपनी बहू को बेटे की मार से बचाने के लिए बेटे को ही मार दिया ।
हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक, 25 साल का नदीम नईम अपनी मां, पत्नी और दो भाईयों व उनकी पत्नी के साथ अंबेडकर चाल में रहता था। करीब दो साल पहले, नदीम की शादी इलाहाबाद की लड़की से हुई थी। शादी से समय तक लड़की को नदीम की ड्रग्स लेने की आदत का नहीं पता था।
नदीम की ड्रग्स की आदत और मारपीट से परेशान होकर उसकी पत्नी ने पांच महीने बाद ही ससुराल छोड़ दिया था । पुलिस के मुताबिक अनवरी ने बहू से वादा किया था कि नदीम उसके साथ मारपीट नहीं करेगा ना ही ड्रग्स लेगा । उन्होंने यह भी कहा कि अगर नदीम बहू को मारता भी है तो वो उसे बचा लेंगी। इसके बाद नदीम की पत्नी वापस मानखुर्द आ गई थी।
मानखुर्द पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर चंद्रकांत ने बताया, “मंगलवार की रात नदीम नशे की हालत में घर आया था। नदीम की मां को महसूस हो गया था कि नदीम हिंसक हो सकता है, इसलिए नदीम की पत्नी समेत परिवार के सभी लोगों को पड़ोस के घर जाकर सोने को कहा । नदीम को इस बात पर गुस्सा आ गया और उसने अपनी मां को पीटना शुरू कर दिया।
काफी देर तक नदीम की मां पिटती रही। जब नदीम थक गया तो उसकी मां ने उसके गले में दुपट्टे से फंदा लगाकर जान से मार डाला । ” नदीम की मौत के बाद अनवारी पूरी रात शव के पास बैठकर रोती रही । सुबह 5.45 बजे जब नदीम की पत्नी वापस लौटी तो हैरान रह गए। अनवारी ने कबूल किया कि उन्होंने अपनी बहु को पिटाई से बचाने के लिए बेटे को मार डाला।