वंदे मातरम् न गाने वाले राष्ट्र विरोधी, ऐसे लोगों को कुचल डाले मोदी सरकार- शिवसेना

महाराष्ट्र: औरंगाबाद नगर निगम (एएमसी) में दो दिन पहले वंदे मातरम गाने पर हुए हंगामे के खिलाफ शिवसेना ने एक बार फिर जहर उगला है।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र में छपे एक लेख में कहा कि पीएम मोदी ने हिंसा में शामिल गो रक्षकों के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है।
औरंगाबाद की घटना में असदुद्दीन ओवैसी के अगुवाई वाली एआईएमआईएम के तीन पार्षदों-शेख समीना, सैयद मतीन और शेख जफर के वंदे मातरम गाए जाने के दौरान बैठे रहने की शिवसेना ने आलोचना की है।

यह वे नेता है जो अपने समुदाय को झूठी मान्यताओं में डाल रहे हैं और इस्लाम की हत्या कर रहे है। इनके उलटे दिमाग की वजह से इस्लाम खतरे में है।

वंदे मातरम् का विरोध करना या अपमान करना गंभीर अपराध है। जो भी इस अपराध को करेगा उसे ‘वोट देने के अधिकार से वंचित किया’ जाना चाहिए। उनके साथ ‘राष्ट्र विरोधी’ की तरह बर्ताव होना चाहिए।

ये सरकार की जिम्मेदारी है ऐसे लोगों को कुचल दिया जाए। जब मोदी सरकार गौरक्षकों पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है तो वंदे मातरम का विरोध करने वालों के साथ क्यों नहीं? शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे को भी हिंदुत्व के नाम पर प्रचार करने के लिए दंडित किया गया था।