मुंबई। शनिवार को हजारों की संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक विधेयक वापस लेने की मांग को लेकर आजाद मैदान में शांति जुलूस निकाला। अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की महिला शाखा द्वारा आयोजित यह पहला प्रदर्शन था, जिसमें विशेष तौर पर मुस्लिम महिलाएं विधेयक के विरोध में उतरीं और शरिया कानून का समर्थन किया।
एआईएमपीएलबी की महिला शाखा की अध्यक्ष अस्मा जहरा ने कहा, हमारी मांग स्पष्ट है। तीन तलाक विधेयक को वापस लें। यह महिला विरोधी, लिंग न्याय विरोधी, बाल विरोधी, परिवारों को नष्ट करने वाला, मुस्लिम पतियों को जेल भेजने वाला और मुस्लिम समाज को नुकसान पहुंचाने वाला है।
उन्होंने कहा कि अभी तक पांच करोड़ महिलाएं इस मुद्दे पर एआईएमपीएलबी के रुख का समर्थन करने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुई हैं। इसे विधि आयोग के समक्ष दाखिल कराया जा चुका है। यह विधेयक फिलहाल राज्यसभा में लंबित है।
वहीं एआईएमपीएलबी की कार्यकारी सदस्य मोनिसा बी. आबिदी ने कहा कि तीन तलाक को गैरकानूनी घोषित करने वाले कानून को लाने के बजाए सरकार को समुदाय से बदलाव और आंतरिक सुधार लाने के लिए कहना चाहिए।
वकील मुनव्वरई अल्वारी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं शरिया कानून का जोरदार समर्थन करती हैं और उन्हें खोखले नारों से धोखा नहीं दिया जा सकता।