मुंबई। जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने मुंब्रा में आयोजित राष्ट्रीय एकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुट्ठी बहर सांप्रदायिक तत्व देश की शांति को बिगाड़ना चाहते हैं।
मौलाना सैयद अरशद मदनी ने मुसलमानों से सांप्रदायिकता के खात्मे के लिए बढ़ चढ़ कर लोगों से भाग लेने की हिदायत की।
मुंबई के मुंब्रा में जमीयत उलमा ने राष्ट्रीय एकता सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में सांप्रदायिक शक्तियों को बढ़ावा मिला है। उन्होंने मुसलमानों से धैर्य से काम लेने और राष्ट्रीय एकता का माहौल बनाए रखने की पुरजोर अपील की है।
मौलाना मदनी ने गंगा-जमुनी संस्कृति के महत्व और उपयोगिता पर जोर देते हुए कहा कि देश के हिंदुओं और मुसलमानों को धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए संयुक्त प्रयास करने की सख्त जरूरत है।
सम्मेलन में भाग लेने वाले विभिन्न धर्मों और समुदायों के प्रतिनिधियों ने जमीयत उलेमा की राष्ट्रीय एकता आंदोलन का समर्थन किया। धार्मिक पेशवाओं और बुद्धिजीवियों ने स्पष्ट किया कि देश के अस्तित्व आपसी भाईचारे में है।
धार्मिक पेशवाओं ने सांप्रदायिक घृणा और उत्तेजक बयानबाजी के माध्यम से देश की शांति का माहौल खराब करने की कोशिश की भी कड़े शब्दों में निंदा की। धार्मिक पेशवाओं ने एक विशेष धर्म से आतंकवाद को जोड़ने की नापाक कोशिश की कड़े शब्दों में निंदा की।