वंदे मातरम को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना रुख़ साफ कर दिया है। बीजेपी विधायक राज पुरोहित ने AIMIM विधायक वारिस पठान से कहा कि अगर वो हिंदुस्तान में रहना चाहते हैं तो उन्हें वंदे मातरम कहना होगा, नहीं तो वह पाकिस्तान चले जाएं।
बीजेपी विधायक ने यह बात महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर 28 जुलाई को कही थी। इसी ज़बरदस्ती को लेकर वारिस पठान ने अपना दर्द बयां किया है। न्यूज18 इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में वारिस पठान ने कहा कि वो कहीं भी जाते हैं तो लोग वंदे मातरम का नारा लगाकर उन्हे चिढ़ाते हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से कई सार्वजनिक जगहों पर ऐसा हो रहा है। पिछले शुक्रवार को जब वो हैदरबाद जा रहे थे तब फ्लाईट में बैठे दो लड़के उन्हें देखकर वंदे मातरम चिल्लाने लगे। सड़क पर जाते वक्त लोग उनके सामने आ जाते हैं और वंदे मातरम कहने के लिये जबरदस्ती करने लगते हैं। परिवार के साथ रेस्टोरेंट में खाना खाने जाते हैं तो वहां भी उन्हें हिकारत की नज़र से देखते हुए लोग वंदे मातरम कहने लगते हैं।
हाल ही में मुंबई में हुए मराठा मोर्चा के दौरान जब वो अपनी पार्टी का समर्थन देने के लिए आजाद मैदान गए तब वहां भी उन्हें देखकर लोग वंदे मातरम चिल्लाने लगे। लोग इतने ज्यादा आक्रामक हो गए की आयोजकों ने वारिस से गुजारिश की कि वो यहां से चले जाएं। वारिस पठान ने शिवसेना और बीजेपी नेताओं पर भी उनको देखकर वंदे मातरम चिल्लाने का आरोप लगाया।
वहीं समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी ने भी इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। आज़मी ने कहा हमें बाहर निकलने और सफर करने में डर लगता है, हिंदुस्तान किसी के बाप की जागीर नहीं है, देशभक्ति किसी के कहने पर साबित नहीं होती। इसके अलावा अबू आजमी ने कहा कि दिवली की छुट्टी पर बहुत लोगों के घर जाना है, लेकिन बीवी को बुर्का पहनाकर जाने की हिम्मत नहीं हो रही। उन्होंने कहा लोग तरह तरह से डराने की कोशिश कर रहे हैं और धमकियां दी जा रही हैं।