नई दिल्ली : तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के साथ मिलकर लगभग 15 मुस्लिम NGO, सुन्नी सूफी धर्मगुरू संगठन ने शुक्रवार को जंतर मंतर पर रोहिंगिया मुसलमानों के खिलाफ “नरसंहार के घृणित कृत्यों” की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने भी ऐसी स्थिति में रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार को वापस भेजने के भारत सरकार के फैसले को वापस लेने की भी मांग की।
प्रदर्शनकारियों में शामिल एक प्रदर्शनकार ने कहा, “भारत सरकार को रोहंगिया संकट पर द्विपक्षीय वार्ता शुरू करना चाहिए। शरणार्थियों के लिए अपनी सीमा खोल दीजिए और बुनियादी आश्रय, भोजन और नागरिक सुविधाएं प्रदान करें। जब तक कि स्थिति सामान्य नहीं हो रही है।”
लगभग 200 विरोध प्रदर्शनकारियों ने म्यांमार से आग्रह किया कि देश में पूरे रोहंग्या समुदाय को उचित संरक्षण प्रदान करें।