यूपी: मुस्लिम समाज ने गोकशी करने वाले लोगों के सामाजिक बहिष्कार का फैसला लिया है!

यूपी के गाजियाबाद से सटे मुरादनगर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शनिवार को गोकशी करने वालों के खिलाफ पंचायत कर नई मिसाल पेश की, जो क्षेत्र ही नहीं, बल्कि जनपद में भी चर्चा का विषय बनी है। पंचायत ने गोकशी करने वाले लोगों के सामाजिक बहिष्कार का फैसला लिया है।

रावली रोड चुंगी नंबर तीन पर शनिवार सुबह मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक पंचायत की। पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि समाज का कोई व्यक्ति गोकशी करता पकड़ा गया तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। समुदाय का कोई भी व्यक्ति उसके परिवार से कोई संबंध नहीं रखेगा।

पंचायत की अध्यक्षता नगर पालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष भूरे चौधरी ने की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गोकशी कर क्षेत्र का माहौल बिगड़ना चाहते हैं, ऐसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

एसएसपी को पत्र लिखकर समाज के लोग गोकशी को बंद कराने की मांग कर चुके हैं, इसके बावजूद कुछ लोग गोकशी करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

हाजी तौहिद हसन ने कहा कि मुरादनगर हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है, सभी लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं। कुछ असामाजिक लोग गोकशी कर क्षेत्र का माहौल खराब करना चाहते हैं।
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पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि कस्बे और आसपास के गांव में रहने वाला मुस्लिम समाज का कोई भी व्यक्ति गोकशी करते पकड़ा गया या उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई तो उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।

बहिष्कार के बाद समुदाय का कोई भी व्यक्ति उससे संबंध नहीं रखेगा। हाजी तौहिद कुरैशी, यूनुस पहलवान, मा.इकबाल, आरिफ कुरैशी, शकील कुरैशी, आफताब कुरैशी, अनीस कुरैशी, महताब आदि लोग मौजूद रहे।

दरअसल, मामला यह है कि शुक्रवार को नूरगंज कॉलोनी में पुलिस गोकशी के वांछित को पकड़ने गई थी, जहां आरोपी पक्ष के लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर आरोपी को छुड़ा लिया था। वहां से पुलिस को बैरंग अपनी जान बचाकर लौटना पड़ा था।

पुलिस टीम पर हुए हमले को देखते शनिवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने पंचायत का आयोजन किया। गोकशी के वांछित और पुलिस टीम पर हमला करने वालों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है, आरोपियों की पकड़ने के लिए पुलिस की तीन टीम लगी हैं।

साभार- ‘अमर उजाला’