शरीयत के मुताबिक बने तीन तलाक़ बिल, मुस्लिम संगठनों की बात सरकार को मानना चाहिए- शाइस्ता अंबर

ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड तीन तलाक के मौजूदा बिल में फेरबदल चाहता है। बोर्ड की अध्यक्षा शाइस्ता अम्बर का कहना है कि उन्होंने राज्यसभा में इस बिल को शरियत के हिसाब से तैयार करने की अपील की है।

शाइस्ता अम्बर ने कहा कि कई मुस्लिम संगठनों का कहना है कि उनकी राय के बिना ये बिल बनाया गया और इसके कुछ क्लॉज़ शरीयत के आधार पर सही नहीं हैं।

लिहाज़ा वो इसके राज्यसभा में पास होने के हक में नहीं हैं। इसके लिए मुस्लिम महिला पर्सलन बोर्ड ने अपील की है कि इन संगठनों की मांग पर वो इस बिल में बदलाव कर इसे पेश करवाना चाहती हैं ताकि लाखों पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल सके।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक पर बैन लगाते हुए सरकार को इसपर कानून बनाने को कहा था। जिसके बाद लोकसभा में इसपर बिल भी पास हो गया लेकिन मामला राज्यसभा में लम्बित है।

वैसे आपको बता दें कि देश के तमाम मुस्लिम संगठन इस बिल के विरोध में हैं। उनका कहना है कि इस बिल को पास करके सरकार उनके विशेषाधिकार का हनन करने की तैयारी में है।

साभार- न्यूज 18