नई दिल्ली: मजलूम फिलिस्तीनियों के समर्थन में और ज़ालिम इजराइल के खिलाफ हमेशा आवाज़ उठाने वाले देश की मिल्ली और इंसाफ पसंद संगठनों ने एक बार फिर इजरायली प्रधानमंत्री बिंजामिन नेतन्याहू के भारत दौरे का विरोध करने का ऐलान किया है।
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शांति और एकता के लिए अपनी सेवा अंजाम देने वाले जमीअत उलेमा ए भारत के महासचिव मौलाना सैयद महमूद मदनी की पहल पर फिलिस्तीन मुद्दे पर गठित कमीटी ने साझा फैसला लिया है कि फिलिस्तीन के समर्थन में भारतियों की आवाज़ उठाई जायेगी।
गौरतलब है कि यरूशलेम को इजराइल की राजधानी क़रार दिए जाने वाले अमेरिकी फैसले के बाद न सिर्फ मुस्लिम दुनियां में बल्कि भारत में भी बेचैनी महसूस की गई थी और यहाँ भी देश भर की मिल्ली संगठनों और सामाजिक और राजनितिक संगठनों के प्रतिनिधि एकजुट होकर एक मत पेश किया था।
जमीअत उलेमा ए हिन्द के महासचिव मौलाना महमूद मदनी के अधीन आयोजित पिछले 20 दिसंबर को एक इज्तेमा में फिलिस्तीन समेत कई अरब देशों के राजदूतों, जमाते इस्लामी हिन्द, मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन, मुस्लिम मजलिस म्शाविरत , आल इंडियन मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड, जमीअत अहले हदीस, आल इंडिया मिल्ली कोंसिल सहित कई अन्य मिल्ली संगठनों के अलावा कई सामाजिक और राजनितिक हस्तियों और सांसदों ने भाग लिया था। उसी दौरान तय हुआ था इ इस सिलसिले को आगे बढ़ाने के लिए एक कोर कमीटी गठन की जानी चाहिए।