मुसलमानों की आबादी बढ़ेगी, तो केरल में खुशहाली आएगी: के. सेतुरमन

केरल के मलप्पुरम जिसे के पूर्व पुलिस प्रमुख टी.पी. सेनकुमार के विवादित बयान के बाद वरिष्ठ आईपीएस अफसर के. सेतुरमन ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा है कि केरल राज्य की खुशहाली के लिए मुसलमान बेहद जरूरी हैं। उन्होंने यह बात तब कही है जब टी.पी. सेनकुमार के मुस्लिमों से जुड़े बयान की कड़ी आलोचना हो रही है।

दरअसल, सेतुरमन ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि मुस्लिम आबादी के बढ़ने से राज्य में साम्प्रदायिकता और जातिवाद में कमी आएगी। उन्होंने लिखा है, “एक पुलिस ऑफिसर होने के कारण हम पूरे राज्य में घूमे हैं और राज्य के हर कोने के लोगों को जानते हैं। हर जगह मुझे हिन्दू, मुस्लिम, नायर, ईसाई, दलित आदि मिले हैं। लेकिन मलप्पुरम में एक सच्चा मलयाली मिल सकता है। कोई भी किसी दूसरे की मदद के लिए तैयर रहता है। लोग कानून का पालन करते हैं।’

अपने पोस्ट में उन्होंने अभिनेता मामूट्टी और लेखक एम. एन. करासरी जैसी हस्तियों का उदाहरण दिया है। उन्होंने बताया है कि कैसे मुस्लिम लोगों ने केरल के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कलाकारों के अलावा मुस्लिम राजनीतिज्ञों के भी कार्यों की चर्चा की है। उन्होंने नई पीढ़ी के मुस्लिम एमएलए और राजनीतिज्ञों को आने वाले कल के लिए भरोसेमंद बताते हुए लिखा है कि वे न सिर्फ केरल को बल्कि भारत को भी बेहतर बनाएंगे।

उन्होंने लिखा है कि समस्या किसी पर ठप्पा लगाए जाने से है। कोई आम इंसान कभी अपने ऊपर ठप्पा नहीं लगवाना चाहेगा। उन्होंने सवाल किया है कि क्या हम बच्चों और जवान लोगों को नई तरह से कुछ करने देंगे? क्या हम उन्हें एक थोपी हुई पहचान के बजाय अपनी खुद की पहचान बनाने देंगे? सांप्रदायिक ताकतें बच्चों को बच्चों की तरह नहीं देखते, मांओं को मांओं की तरह नहीं देखते। वह धर्म का ठप्पा लगा देते हैं। कोई बच्चा धार्मिक पैदा नहीं होता। कोई प्रॉफिट या भगवान मां से बड़ा नहीं है।