लखनऊ: पूरे देश को दहला देने वाले मुजफ्फर नगर दंगे के आरोपी पर से मुकदमे वापस लेने की तैयारियां तेज़ हो गई हैं। हैरान कर देने वाली बात यह है कि उन्हें अदालती कटघरे में खड़े होने से बचाने की यह पहल राज्य के सरकारी न्याय विभाग कर रहा है।
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विभाग की स्पेशल सेक्रेटरी ने मुज़फ्फर नगर जिला मजिस्ट्रेट को बाजाब्ता एक पत्र लिखकर उनसे पुछा है कि क्या जनहित में यह मुक़दमे वापस लिए जा सकते हैं। 5 जनवरी को भेजे गए इस पत्र में स्पेशल सेक्रेटरी न्याय विभाग राज सिंह ने सभी 13 बिन्दुओं पर जिला मजिस्ट्रेट से जवाब माँगा है।
इस में सबसे खास बात यह है कि विभाग जनहित की बुनियाद पर यह मुकदमे वापस लेना चाहती है, इस संबंध में जिला के एसएसपी की भी राय मांगी गई है। हालाँकि, इस पत्र में किसी भी आरोपी का नाम नहीं है मगर फाइल नंबर वही है जो उन दंगों से संबंधित मामलों में कई भाजपा और भगवा नेता आरोपी हैं। उन आरोपियों में केन्द्रीय मंत्री साध्वी प्राची, मंत्री सुरेश राणा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री संज्यु बालियान, एमपी भारतेंदो सिंह और विधायक उमेश मलिक जैसे बड़े नाम शामिल हैं।