मुजफ्फरनगर: खतौली में हुए कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस हादसे में अब तक 27 लोगों के मरने और 150 के घायल होने की खबर आ चुकी है।
ट्रेन के डिब्बे पलटने से उसमें सवार जो यात्री घायल हुए थे, रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए शवों को डिब्बों से बाहर निकाला गया।
जब इन शवों को पोस्टमार्टम के लिए मुजफ्फरनगर भेजा गया है। जहाँ से बहुत ही हैरान करने वाली और शर्मनाक तस्वीर सामने आई। दरअसल, पोस्टमॉर्टम हाउस में शवों को नीचे फर्श पर इस तरीके से डाला गया है, जैसे कोई ढेर लगा दिया गया हो।
शवों की इस तरह से की गई दुर्दशा की भयावह तस्वीर किसी को भी विचलित कर सकती है। खून से लथपथ हुए शव सारा वक़्त यूं ही फर्श पर पड़े रहे। अब इसे हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही कही जाये या मजबूरी लेकिन शवों को न तो सही ढंग की जगह मिल पाई और न ही तन ढंकने के लिए चादर।
एक कोने में दर्जनभर बर्फ की सिल्लियां रखी हुई थीं जिस पर लाकर लाशों को उनपर फेंका जा रहा है।
इन लाशों के परिजन जब यहाँ पहुंचते हैं तो देखकर एकदम हैरान रह जाते हैं। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से शवों के साथ इस दर्जे की संवेदनहीनता बरती जा रही है।