सोनू निगम को जूतों का माला पहनाने वाले को दस लाख का ईनाम देने का एलान करने वाले सैयद शाह आतिफ अली कादरी ने कहा है कि मैंने सोनू के खिलाफ कोई फतवा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को फतवा बताकर पेश किया गया जबकि वो मेरी निजी राय थी।
आतिफ अली कादरी ने कहा कि मैंने कोई फतवा नहीं दिया। लोग मुझे मौलाना कह रहे हैं लेकिन ना तो मौलाना हूं, ना मौलवी और ना ही मुफ्ती हूं। फतवा सिर्फ मुफ़्ती द्वारा ही जारी किया जाता है। सोनू निगम के बारे में मैंने जो भी कुछ कहा वह मेरी निजी राय थी।
वे कहते हैं कि मेरा इरादा गलत नहीं था। जब मीडिया वालों ने सोनू के अज़ान वाले बयान पर टिप्पणी करने के लिए कहा तो मैंने कहा कि ऐसा कहने का उनको कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने बहुत लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाई।
उन्होंने कहा कि सिर मुंडवाने की बात मैंने नहीं कही थी। बल्कि मैंने ये कहा था कि जो भी सोनू निगम को फटे जूतों की माला पहनाएगा और पूरे देश में घुमाएगा उसे 10 लाख रुपयों का ईनाम दिया जाएगा।
बता दें कि कादरी हावड़ा जिले के बागनान में रहते हैं जहां वह ख़ानकाह चलाते हैं। कादरी सूफी मत से हैं और उनके अनुयायियों में सभी धर्मों के लोग शामिल हैं।