म्यांमार सरकार ने रोहिंग्या के 55 गांवों को ध्वस्त करके अत्याचारियों के सबूत मिटा दिए: HRW

बर्मा। म्यांमार सरकार ने रोहिंग्या मुस्लिमों के कम से कम 55 गांवों को ध्वस्त कर दिए हैं, और इसके साथ ही रोहिंग्या मुसलमानों पर ढाए गए अत्याचारों के सबूत भी मिटा दिए गये हैं। इसका खुलासा मानवधिकार की वैश्विक संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच ने अपने एक ताज़ा रिपोर्ट में किया है।

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ह्यूमन राइट्स वॉच ने शुक्रवार को सेटेलाइट से ली गईं तस्वीरें जारी की हैं, जिनसे पता चलता है कि दिसंबर 2017 और 15 फरवरी के बीच वह क्षेत्र जो कभी इमारतों और हरे भरे पड़े थे, उन्हें मुख्य इकाई से मिटा दिया गया है।

मानवाधिकार की वैश्विक संगठन ने बर्मा के सुरक्षा बलों की उन कार्रवाइयों को जातीय सफाई अभियान बताया है। संगठन ने संयुक्त राष्ट्र से मांग किया है कि वह इस इस ध्वस्तीकरण कार्रवाई को रोकने के लिए आगे आये। ह्यूमन राइट्स वॉच के मुताबिक पिछले साल अगस्त में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ म्यांमार सेना की ओर से छेड़ा गया अभियान के बाद से अबतक 362 गाँव पूरी तरह या आधी ध्वस्त कर दिए गए हैं।

अलजजीरा डॉट कॉम के मुताबिक ह्यूमन राइट्स वाच एशिया रीजन के डाइरेक्टर ब्रेड एडमज का कहना है कि मिस्मार किये गये गाँव रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ जारी बर्बरता का खुला सबूत है।