संयुक्त राष्ट्र के दो विशेष सलाहकारों ने कहा है कि म्यानमार की सरकार राखेन राज्य में रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यक को उसके खिलाफ अत्याचार से बचाने में और इस हवाले से खुद पर अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने में नाकाम रही है।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के इन दोनों सलाहकारों ने अपने संयुक्त ब्यान में कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को इन दोनों और अन्य हस्तियों ने म्यांमार की सरकार को कई बार यह चेतावनी दी थी कि वह रोहिंग्या मुसलमानों के हवाले से अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने में नाकाम होती जा रही थी।
संयुक्त राष्ट्र के उन दो सलाहकारों में से एक आडामा डींग हैं, जो नरसंहार को रोकने के लिए इस विश्व संस्था के विशेष सलाहकार हैं, जबकि दूसरे एवान सीमेनवोच हैं, जो सुरक्षा से संबंधित जिम्मेदारियों के हवाले से संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकार हैं।
इन दोनों दिग्गज हस्तियों ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि म्यांमार सरकार को चेतावनी दी गई थी कि इस दक्षिण पूर्व एशियाई देश में रोहिंग्या मुस्लिम आबादी को अत्याचारों से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जो बड़ी ज़िम्मेदारी आयद होती हैं, वे पूरा नहीं किया जा रहा था।