नसीमुद्दीन ने जारी किए मायावती से बातचीत के टेप, रिकॉर्डिंग के महत्वपूर्ण अंश पढ़िए!

बसपा से निकाले जाने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी मायावती पर लगातार निशाना साध रहे हैं। बीते कल उन्होंने मायावती पर मुसलमानों को गाली देने का आरोप लगाया था, वही, आज फिर नसीमुद्दीन की तरफ से पांच ऑडियो टेप जारी किए गए हैं।

नसीमुद्दीन का दावा है कि सभी टेप उनकी और बसपा प्रमुख मायावती से बातचीत के हैं। इन टेप में लेनदेन की बातचीत चल रही है। हालाँकि मायावती ने टेप के साथ छेड़छाड़ की बात कहते हुए नसीमुद्दीन को ब्लैकमेलर बताया है।

टेप के महत्वपूर्ण अंश

आडियो-1 नसीमुद्दीन : जी बहन जी, जय भीम ! मायावती : जय भीम, भई आपका प्रोग्राम मैं क्या सोच रही हूं कि आपको अपना काम खत्म करना है। मध्यप्रदेश के प्रोग्राम बाद में बनाओ। मतलब, जल्दबाजी मत करो। नसीमुद्दीन : बहनजी नहीं जा रहा हूं, वो जो आपने काम बताया था.. मायावती : पहले उसी में लगो, वह ज्यादा जरूरी है। अच्छा और दूसरा क्या है कि मध्य प्रदेश वालों का टेलीफोन आया था। मैं उनको कहती हूं कि अभी इधर शहरी निकाय के चुनाव चल रहे हैं, वह बाद में आएंगे। मेरा ख्याल है कि ये ठीक रहेगा। नसीमुद्दीन : मैंने बहन जी, सबको बुलाया था। इकट्ठा किया था, उस मामले में तो बहनजी बातचीत हुई है। भाइयों से भी बात हुई है। मायावती : तो चलो अच्छा करो, टेलीफोन पर बात ठीक नहीं है नसीमुद्दीन : जी, बहनजी जो कहेंगी, वह करूंगा। सब प्रॉपर्टी, सब कुछ हटा दूंगा। मायावती : चलो अच्छा, जो कहा वह करना ही है। इधर-उधर नहीं करना।..या तो आप..अच्छा..ये..घर से बोल रहे हो? नसीमुद्दीन : नहीं बहन जी बांदा से बोल रहा हूं। आपने जो कहा है उसके लिए भाइयों से भी बात की है, सब हटा कर दूंगा बहन जी। मायावती : तो चलो लगो, इधर आपके चक्कर में वो ढीले न पड़ जाएं। टेलीफोन पर नहीं आकर बात होगी, मगर जो करना है वह.,

आडियो- 2 मायावती का टेलीफोन ऑपरेटर भास्‍कर नसीमुद्दीन से सर, बहनजी बात करेंगी? नसीमुद्दीन : दे दीजिए। जी बहनजी आदेश? मायावती : हलो, हां भई, नोट करो। चारों मंडल हैं।..तो मेरठ, सहरानपुर, मुरादाबाद और..बरेली मंडल तो जिनको आपने मेम्बरशिप की किताबें दिलाई थीं, तो उनको बोलो, अपना हिसाब जमा करें। वह जो छर्रा वाला उससे कहो कि कार्यालय आकर हिसाब करे। नौ तारीख को शाम चार बजे इन्हें लेकर आओ..। नसीमुद्दीन : नहीं बहनजी मैंने तो उसे टिकट नहीं..। मायावती : अरे छोड़ोे, मैं टेलीफोन पर ज्यादा बात नहीं करना चाहती, मेरा टेलीफोन टेप होता है। नसीमुद्दीन : नहीं बहनजी, मैंने नहीं, अतर सिंह राव और सबने मिलकर बात की थी। मायावती : ये मुस्लिम समाज के लोग हैं, जो कुछ भी है, अपनी जिम्मेदारी निभाओ। तुम वरिष्ठ थे..ये हमने दो नए लगाए उन्हें भी कॉपरेट नहीं कर रहे..ये लोग। नसीमुद्दीन : नहीं बहनजी..मैंने। मायावती : मेरे से टेलीफोन पर ज्यादा बात मत करो..नौ को शाम चार बजे इन्हें लेकर आओ..अभी छोड़ो मैंने रिकॉर्ड चेक किया है। गरीबों, मजलूमों की पार्टी है। सब राउंड अप करना है और जो पसर्नल काम है, उसे चार बजे के बाद करना। अब मैं, ज्यादा बात-वात नहीं करना चाहती। नसीमुद्दीन : बहन जी मैंने टिकट नहीं कराया..। मायावती : छोड़ाे नहीं कराया तो तुम अपनी जिम्मेदारी निभाओ। सब मुस्लिम समाज के लोगों का है, तुम वरिष्ठ हो, सब जानते हो। मैंने इसलिए इन्हें मेम्बरशिप किताब दिया था कि अपने समाज के लोगों को जो़ड़ें, दलितों का ही वोट पड़कर न रह जाए। और हां, आपको जो काम कहा है, उसमें तेजी करो। इस मुद्दे पर उसी दिन बात करूंगी।

आडियो-3 मायावती : हां, भई जो आपको काम दे रखा है। थोड़ा जल्दी करो। नसीमुद्दीन: बहन जी मैं उसी काम में लगा हूं, मैं आपको नाराज नहीं देख सकता। मायावती : चलो ठीक है, अच्छी बात है। कर लोगे तो आगे बढ़ जाओगे। नसीमुद्दीन : जो बहन जी आपका आदेश है, उसे पालन करना है, इसके आगे क्या कहूं..। मायावती : चलो, अच्छा लिख लो। ये सिवालखास का जो प्रत्याशी है, अभी तक उसका हिसाब नहीं हुआ। बात करो, हिसाब कराओ। लोनी व मोदीनगर वालों को तुमने टिकट दिलाया था, उनका हिसाब भी नहीं हुआ। वह इधर, उधर कर रहे हैं। तुमने टिकट दिलाया था। मेम्बरशिप बुक दिलाई थी, यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि हिसाब दिलाओ। नसीमुद्दीन : जी बहनजी, मैंने परिवार से ज्यादा आपको माना है। मैं, सारी प्रॉपर्टी बेचकर आपको दे दूंगा, बहन जी।

आडियो-4 मायावती : हेल्‍लो वो आए नहीं अब तक? (जिन लोगों को हिसाब के लिए बुलाने का पूर्व में बात हो रही थी)? नसीमुद्दीन : जी बहन जी, उन्हीं का इंतजार कर रहा हूं। मायावती : पता नहीं कब तक आएंगे? कितना समय लगेगा? आप आ जाओ, बात कर लेते हैं..तुमसे? नसीमुद्दीन : बहनजी, आपने, आनंद भैया और मिश्राजी ने बहुत टार्चर किया है। डरता हूं आपसे..(और फोन कट जाता है)।