बसपा में नसीमुद्दीन केवल संतरे की तरह: आज़म खाँ

लखनऊ: पूर्व नगर विकास मंत्री और सपा नेता आजम खां ने नसीमुद्दीन को बीएसपी के लिए संतरा बताया है। आजम खां ने कहा, ‘बीएसपी के कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निकालना कतई चौकाने वाला कदम नहीं है। वह तो पार्टी में संतरे की थे। जिस तरह संतरे का रस निचोड़ने के बाद उसे फेंक दिया जाता है, वैसे ही मायावती ने नसीमुद्दीन के माध्यम से खूब लेन-देन किया। अब उसकी परतें खुलने लगीं तो उन्हें पार्टी से ही बेदखल कर दिया। मायावती अब उन्हें बेईमान कह रही हैं, जो ठीक नहीं हैं।’ वह शुक्रवार को आईपीएस अफसर संजीव त्यागी के पिता की मौत पर दुख जताने आए थे। संजीव के घर से बाहर आने के बाद उन्होंने कई मुद्दों पर एनबीटी से बातचीत की। इस दौरान ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तरह से मजहबी है। इसे कोर्ट में ले जाने के बजाए मजहबी ढंग से सुलझाना चाहिए। मुस्लिम पर्सनल लॉ में इन सभी मामलों का हल है। रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी वाली सड़क की जांच पर आजम बोले की योगी सरकार के मंत्रियों को उनसे क्लास लेनी चाहिए। वे जानते ही नहीं हैं कि यह मामला कैबिनेट से पास हो चुका है। इस पर विवाद करना उचित नहीं है। इसके बावजूद मैंने कुछ गलत किया है तो कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके अलावा एसपी मुखिया मुलायम सिंह यादव व अखिलेश के विवाद पर उन्होंने कहा कि इस मामले में न तो अखिलेश की गलती है और न ही मुलायम की। मेरी नजर में मुलायम सिंह पहले ऐसा पिता हैं, जिन्होंने जीते-जी अपने पुत्र को राजपाट सौंप दिया। उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि वह दोनों के बीच मुहब्बत की कड़ी थे, लेकिन इस मसले को सुलझा नहीं सके।