वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अरनब गोस्वामी के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है । और अब उनके साथ इंडिया टीवी के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल भी आ गए हैं । राजदीप ने जैसे ही गुजरात दंगों पर अर्नब गोस्वामी के दावे की पोल खोली एक दिन बाद ही अर्नब गोस्वामी का वह वीडियो अचानक ही यूट्यूब से हटा दिया गया है।
अर्नब के खिलाफ़ मोर्चा खोलते हुए अब इंडिया टूडे ने आज रात 10 बजे प्राइम टाइम में अर्नब के झूठ से पर्दा उठाने का ऐलान किया है । राहुल कंवल ने ट्वीट कर लिखा है कि देश जानना चाहता है कि अर्नब गोस्वामी बड़े झूठे हैं, क्या अब वो माफी मांगेंगे जबकि उनका झूठ पकड़ा गया है ।
At 10 pm on Newsroom. The Nation Wants to Know: Is Arnab Goswami a big liar? Will he apologise now that his blatant lie has been caught out?
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) September 20, 2017
इंडिया टुडे टीवी के बतौर कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने अपने पूर्व सहयोगी अर्नब गोस्वामी से उनके झूठ का खुलासा करते हुए पुछा है कि वह पत्रकारिता कब छोड़ रहे है । राजदीप ने अपने ट्वीट्स में लिखा, अब मैं एक साधारण सा प्रश्न पूछना चाहता हूं, देश जानना चाहता है कि अर्नब इस्तीफा कब दे रहे है और पत्रकारिता कब छोड़ रहे है, जबकि उनके झूठी कहानी से पर्दा उठ गया है।
I now ask a simple direct question: nation wants to know if Arnab will resign and quit journalism if his story turns out to be false?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 20, 2017
सरदेसाई ने कहा कि गुजरात दंगों की कवरेज के दौरान उनके साथ रहे उनके कैमरा पर्सन जल्द ही कैमरे पर सच बोलेंगे । उन्होंने लिखा, पहले अर्नब ने झूठ बोला फिर उसे ढकने के लिए और अधिक झूठ बोला। हमले की घटना के समय कार में मेरे साथ रहे कैमरा पर्सन रुपेन पहवा सबको इस सच को बताने आ रहे है।
First lie, now cover up with more lies. Rupen Pahwa, cameraperson in car when we were attacked, coming on cam to tell all! Watch this space! https://t.co/K1VqgEmxMV
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 20, 2017
दरअसल अर्नब गोस्वामी का एक पुराना वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने 2002 में गुजरात के दंगों को कवर करते समय परेशानियों को देखा था । जबकि उनके इस दावे को खारिज करते हुए सरदेसाई ने लिखा, ‘फेंकूगिरी’ की सीमाएं होती है सच तो ये है कि अर्नब अहमदाबाद दंगों को कवर ही नहीं कर रहे थे । राजदीप ने लिखा कि ऐसा देखते हुए मुझे अपने पेशे के लिए खेद है।