NDA का साथ छोडे TDP: जगन

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदर वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने मंगल के रोज़ लुगू देशम पार्टी से केंद्र सरकार से अपनी ताईद वापस लेने के लिए कहा है। जगनमोहन ने कहा कि मरकज़ी हुकूमत आंध्र प्रदेश के साथ इंसाफ नहीं कर रही है।

रियासत के विधानसभा में गवर्नर के खिताब पर शुक्रिया की पेशकश पर बोलते हुए उन्होंने तेदेपा से कहा कि वह रियासत की हुकूमत में शामिल भारतीय जनता पार्टी के वुजराओं को भी बर्खास्त करे।

विधानसभा में अपोजिशन लीडर जगनमोहन ने कहा कि आंध्र प्रदेश Reorganisation Act में किए गए वादों को मरकज़ी हुकूमत पूरा नहीं कर रही है और न ही आंध्र प्रदेश को खुसूसी रियासत का दर्जा दे रही है।

इसके बाद भी तेदेपा भाजपा की एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की मरकज़ की हुकूमत में साथी है, उन्हें इस बात पर हैरत हो रहा है। रेड्डी ने कहा कि मरकज़ी हुकूमत रियासत के साथ नाइंसाफी कर रही है, बावजूद इसके तेदेपा मरकज़ी काबीना में बनी हुई है। इसके लिए जगनमोहन तेदेपा पर हमलावर रूख अपनाए हुए हैं।

रियासत के वज़ीर ए आला चंद्रबाबू नायडू ने हालांकि कहा कि उनकी पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार पर दबाव बना रही है कि वे रियासत के मुफाद की हिफाज़त करें। तेदेपा ने कहा कि यहरियासत और मुल्क के लिए फायदेमंद था, इसीलिए तेदेपा ने इंतेखाबात से पहले भाजपा के साथ इत्तेहाद किया था।

उन्होंने कहा कि मरकज़ी हुकूमत ने रायलसीमा और शुमाली आंध्र के सात जिलों को खुसूसी पैकेज दिया है। नायडू ने कहा कि साबिक की मनमोहन सरकार ने एक्ट में खुसूसी रियासतका दर्जा देने का नियम व कानून नहीं जोडा था। मोदी हुकूमत ने विशाखापट्टनम को अलग रेलवे डिविजन बनाने, रियासत की नई दारुल हुकूमत बनाने के लिए रकम फराहम कराने और रिवेन्यू घाटे को खत्म करने का भरोसा दिया है।