नई दिल्ली: सरकार ने समाचार चैनल NDTV इंडिया पर एक दिन की पाबंदी लगा दी है. ये पाबंदी 9 नवम्बर को लागू होगी. जैसे ही ये ख़बर आयी लोग NDTV के समर्थन में सोशल मीडिया पर स्टेटस अपडेट करने लगे या ट्वीट करने लगे.
सोशल मीडिया पर कल रात प्रसारित हुए रवीश कुमार के स्पेशल प्रोग्राम की भी चर्चा है जिसमें मूक कलाकारों के सहयोग से रवीश ने सरकार को याद दिलाया कि सवाल पूछना कितना ज़रूरी है.
इस प्रोग्राम में मूक कलाकारों के साथ मिलकर रवीश कुमार ने सरकार से ये सवाल पूछा कि सवाल क्यूँ ना पूछें और सवाल ना पूछें तो आख़िर क्या पूछें. या फिर सवाल अगर बदलना चाहते हैं तो सवाल किस तरह के पूछे जाएँ. उन्होंने “अथॉरिटी” से पूछा कि क्या ये सवाल पूछें कि “बाग़ों में बहार है?” या फिर ये कि “बालों में आप कौन सा तेल लगाते हैं?”. इस तरह के सवालों में जवाब तलाशते रवीश प्राइम टाइम के अपने प्रोग्राम में सामयिक बहस के साथ साथ NDTV पर लगे एक रोज़ा बैन का विरोध भी करते नज़र आये.
![YouTube video](https://i.ytimg.com/vi/YixrfpeLr2I/hqdefault.jpg)
सोशल मीडिया पर भी लोगों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. ज़्यादातर प्रतिक्रियाएं NDTV के समर्थन में हैं.
#NDTVBan#DemocracyInDanger
Must watch
Wt a show by Ravish Kumar going on in @ndtvWht a beautiful reply to pseudonationalists !
Salute— 0ffice 0f RG (@0ffice0ffRG) November 4, 2016
https://twitter.com/scribe_it/status/794717689113505794
#NDTVBan once again proves that @narendramodi has imposed an undeclared emergency in the country. pic.twitter.com/cJqGVHY0UW
— Pushpinder singh (@AapkaPushpi) November 4, 2016
Must Watch FULL:#RavishKumar #NDTVBan
जब हम सवाल नहीं पूछ पाएंगे,
तो क्या करेंगे ?"तानाशाही को दिखाया आईना" https://t.co/SOt5iraj3H
— Umesh Warhade (@umeshw14) November 5, 2016
इस बारे में सरकार का कहना है कि इस पाबंदी को लगाने का कारण ये है कि जब पठानकोट में आतंकवादी हमला हुआ तो NDTV इंडिया की रिपोर्टिंग देश हित में नहीं थी और कुछ सूचनाएं जो नहीं टीवी पर आना चाहिए थीं आ गयीं.वहीँ NDTV ने इस मामले में कहा है कि उसकी रिपोर्टिंग बिलकुल वैसी ही थी जैसी बाक़ी चैनल की बल्कि NDTV की रिपोर्टिंग फिर भी संतुलित थी.