भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोट बंदी की घोषणा किये जाने के बाद से ही इस मुद्दे पर बहुत राजनीती हुई थी। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश की थी। और अब नोटेबंदी के दो साल बाद इस मामले में रिजर्व बैंक की ओर से आधिकारिक आंकड़ा जारी किए जाने के बाद से इस मुद्दे पर फिर बहसबाजी शुरू हो गई है।
अब इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार पर फिर निशाना साधा है। चिदंबरम ने आज अपने एक बयान में कहा है कि नोटबंदी की वजह देश को 2.25 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को दावा किया कि लगभग 3-4 लाख करोड़ रुपये का काला धन बदल दिया गया है। “अगर सभी मुद्रा नोट्स का आदान-प्रदान किया गया है तो जाहिर है चिदंबरम ने यह भी लिखा कि इससे सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योग क्षेत्र में हजारों इकाइयां बंद हो गईं जिससे लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं। इस तरह भारत को नोटेबंदी से एक साल में कुल 2.25 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।