अल्पसंख्यक आयोग का PM मोदी को ख़त कहा- वसीम रिज़वी के आरोप ग़लत, आज तक नहीं मिला कोई सबूत

नई दिल्ली: शिया वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष वसीम रिजवी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र का संज्ञान लेते हुए दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर ज़फरुल इस्लाम खान ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है कि श्री वसीम रिज़वी के मदरसों पर आतंकवादी के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है, और आज तक कोई सबूत नहीं मिला है।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

डॉक्टर ज़फरुल इस्लाम खान ने प्रधानमंत्री के नाम अपने पत्र में लिखा है कि मदरसे मुसलमानों की धार्मिक जरूरतों का हिस्सा हैं, लेकिन उनमें ऐसी परिवर्तन आनी चाहिए कि वे मदरसों से फारिग होने वालों को दुनिया से भी जोड़ सकें।

उन्होंने प्रधानमंत्री को सलाह दी है कि केंद्रीय मदरसा बोर्ड परियोजना का अहया होना चाहिए, मदरसों का इससे संबद्ध पूरी तरह से स्वैच्छिक होना चाहिए और मदरसों को अपने पाठ्यक्रम में समकालीन अध्ययन को भी जगह देनी चाहिए। ऐसा हो जाने पर सरकार को मदरसों की डिग्री स्वीकार करनी चाहिए ताकि मदारिस के फ़ारग़ीन भी दुनिया के विभिन्न संभावनाओं से फायदा उठा सकें ।