छेड़छाड़ न हो, इसलिए लोकसभा चुनाव में टेम्पर डिटेक्ट वोटिंग मशीन का इस्तेमाल होगा: चीफ़ इलेक्शन कमिश्नर

केंद्रीय निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने बुधवार को कहा कि 2019 के आम चुनाव में ऐसी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) इस्तेमाल की जाएंगी, जो किसी भी तरह की छेड़छाड़ होने पर काम करना बंद कर देंगी। उन्होंने बताया कि अभी इन ‘टेम्पर डिटेक्ट’ एम3 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का निर्माण चल रहा है।

जैदी ने कहा, “मैं कहना चाहूंगा कि आयोग हमेशा से ईवीएम मशीनों की सुरक्षा कड़े करने से संबंधित सुझावों और उपायों का स्वागत करता रहा है। हमारी मशीनें नवीनतम प्रौद्योगिकी से लैस होती जा रही हैं। अभी हम तीसरी पीढ़ी की एम3 मशीनों का निर्माण कर रहे हैं, जिनमें कई सुरक्षा फीचर होंगे।

आम आदमी की भाषा में वे टेंपर-डिटेक्ट होंगी। इसका मतलब है कि अगर आप उसके किसी हिस्से के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश करेंगे या कोई पेंच या बॉक्स खोलने की कोशिश करेंगे तो यह काम करना बंद कर देगी।”

उन्होंने कहा, “2019 तक हमारे पास एम3 मशीनें होंगी।” इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) संयंत्रों में अगस्त से ही एम3 वोटिंग मशीनों का निर्माण शुरू है। ये एम3 वोटिंग मशीनें चरणबद्ध तरीके से मौजूदा वोटिंग मशीनों की जगह लेंगी।