अलवर: राजस्थान में गाय लेकर जा रहे मुस्लिम युवक उमर के हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस गौरक्षकों की तरफदारी करते नजर आ रहा है, पुलिस ने दावा किया है कि हत्या में गौरक्षकों का हाथ नहीं है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अलवर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है, जबकि इस संबंध में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
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अलवर के एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि उमर हत्या मामले में अब तक की गई जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह कहा जा सके कि इसके गौरक्षकों का हाथ है।
एसपी ने आगे बयान देते हुए कहा कि इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और छह अन्य व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। उनहोंने बताया कि जिस ट्रक से गायों को ले जाया जा रहा था, उससे पांच मरे हुए और एक जिन्दा गाय बरामद हुई है, और ट्रक का टायर भी गायब हैं।
अलवर एसपी के मुताबिक, गिरफ्तार किये गये व्यक्ति ने उमर और उसके साथियों के साथ मारपीट की बात को मान लिया है, साथ साथ साथ उसने लाश को ठिकाने लगाने की भी बात को कबूल कर लिया है। हालांकि पुलिस इस घटना को फ़िलहाल हत्या का मामला मान कर जांच कर रही है। उनहोंने बताया कि जांच के बाद ही निश्चित तौर पर कुछ बताया जा सकता है कि इसमें गौरक्षकों का हाथ है या नहीं।
बता दें कि पुलिस ने उमर के चाचा की शिकायत पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), धारा 147 (दंगा करने) और धारा 307 (हत्या) के तहत केस दर्ज कर लिया है।