मुज़फ़्फ़रनगर ट्रेन हादसे में कम से कम 5 सौ लोगों की मौत, चश्मदीद का दावा

उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटना में एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है । स्थानीय लोगों की माने तो रेलवे ट्रैक काफी दिनों से क्रेक था और उसमें मरम्मत का काम चल रहा था । खतौली के लोगों ने कहाकि उन्होंने रेलवे को कई बार ट्रैक में दरार होने की सूचना दी और शनिवार सुबह ही ट्रैक की मरम्मत का काम किया जा रहा था । वही चश्मदीद का  कहना है की हादसे में कम से कम 5 सौ लोगों की मौत हुई  है और  मीडिया  इसको कम दिखा रहा है. वहीँ  ट्रैक की मरम्मत का काम चलने के बाद भी उत्कल एक्सप्रेस पूरी स्पीड से जा रही थी क्योंकि ड्राइवर को मरम्मत की सूचना नहीं दी गई थी ।तेज़ स्पीड से जा रही ट्रेन में ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाया और ट्रेन के 6 डिब्बे डीरेल हो गए । जश्मदीदों के मुताबिक हताहतों की संख्या काफ़ी ज्यादा है । स्थानीय लोगों में काफ़ी नाराज़गी है लोग इस हादसे के लिए प्रशासन को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं । अगर प्रशासन ने लापरवाही ना बरती होती तो इतने बड़ा हादसा नही होता ।

उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने लापरवाही की बात मानी है, उन्होंने कहाकि रेल हादसा लापरवाही के कारण हो सकता है , पटरी पर काम कर रहे लोगों को सूचना देनी चाहिए थी. गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने माना है कि मेनटेंनेंस टीम की तरफ से लापरवाही हुई है.

कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मारे गए लोगों के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. वहीं रेल मंत्रालय ने 3.5 लाख के मुआवजे की घोषणा की है. साथ ही घायलों को 50 हजार रुपये बतौर मुआवजा दिया जाएगा.