सरकारें लाखों विकास का दावा करें, लेकिन सच तो यह है कि आज भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो वक़्त की रोटी मुयस्सर नहीं है। अब गरीब नादार लोगों को दो वक़्त का खिलाने का अभियान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने शुरू किया है। जिसके तहत सप्ताह में एक दिन गरीब व नादार लोगों के लिए शिविर लगाते हैं, जहां सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में लोग आकर अपनी भूख मिटाते हैं।
छात्रों द्वारा शुरू की गई इस अभियान की सभी वर्गों की ओर से प्रशंसा की जा रही है। यूनिवर्सिटी के छात्रों की ओर से शुरू अभियान “फ्री फ़ूड फॉर हंगरी” पिछले 3 सप्ताह से जारी है। जिसके तहत केम्पस में गरीब व नादार लोगों के लिए निशुल्क भोजन का कैंप लगाया जाता है।
संगठन के साथ जुड़े छात्रों का कहना है कि उनकी यही कोशिश है कि इस अभियान को एक राष्ट्रव्यापी स्तर तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वंचित व्यक्ति दो वक़्त की रोटी नसीब हो सके, जो इसका मोहताज है। वैसे दक्षिण भारत के कई जिलों में गरीबों को खिलाने का तरीका कई संगठनों और लोगों ने चला रखी है, जो रोजाना या सप्ताह में खाना खिलाने का काम करते हैं। अब उत्तरी भारत में भी इसको लेकर जागरूकता पैदा होना गरीबों के हक में बेहतर है।