बिहार कांग्रेस मुख्‍यालय में नेताओं के बीच जमकर मारपीट, लगे मोदी जिंदाबाद के नारे

पटना : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष कौकब कादरी पूरे सूबे के नवनियुक्त 1240 प्रतिनिधियों, विधायकों और सांसदों के संग बैठक कर रहे थे। इस बैठक में वही लोग शामिल हो सकते थे जिनका नाम पार्टी पदाधिकारियों ने पहले से तय कर रखा था। कई प्रतिनिधियों और जिला स्तर के पदाधिकारी जब बैठक में पहुँचे तो बैठक में शामिल होने वालों की सूची से उनका नाम गायब था। जिन लोगों का नाम सूची में नहीं था वो इसके लिए कौकब कादरी और राजद छोड़कर कांग्रेस में आए अखिलेश प्रसाद सिंह को इसके लिए जिम्मेदार ठहराने लगे। मामला जब नहीं संभला तो वहाँ हंगामा और नारेबाजी होने लगी।

इस गहमागहमी के बीच बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी अपने समर्थकों के साथ पार्टी दफ्तर पहुंचे। चौधरी सीधे उस सभागार में घुस गये जहाँ कांग्रेस के प्रादेशिक चुनाव के चुनाव अधिकारी प्रदीप भट्टाचार्य बैठक कर रहे थे। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के प्रवक्ता शकील अहमद और राज्य कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह भी मंच पर विराजमान थे। बैठक में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी से बिहार कांग्रेस का पूर्णकालिक नया अध्यक्ष नियुक्त करने का अनुरोध किया। बिहार प्रदेश कांग्रेस ने राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की भी मांग की।

सभागार में बैठे चौधरी ने बीच में टोकते हुए कहा कि अगर पार्टी जमीनी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं देगी तो बिहार में बीजेपी को फायदा होगा। उनके इस बयान से शुरू हुई बहस आखिरकार हुड़दंग में बदल गयी। दो गुटों के बीच जमकर मारपीट भी हुई। चौधरी के संग भी धक्कामुक्की हुई। सभागार में नारे लगने लगे। कुछ लोग नरेंद्र मोदी जिंदाबाद का नारा लगाने लगे। अशोक चौधरी फिर वहीं से जब चले गये तब जाकर मामला किसी तरह थमा। कांग्रेस के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर जितेंद्र मिश्रा ने पाटलीपुत्र थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया।