यहाँ हिंदू-मुसलमानों के बीच की एकता और भाईचारा लोगों के लिए बनी मिसाल

जहां देश भर में धर्म के नाम पर लोग एक दूसरे के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश करते नज़र आ रहे हैं वहीं बिहार के गोपालगंज में दुर्गापूजा के मौके पर हिन्दू-मुस्लिम समुदाय की कौमी एकता लोगों के लिए मिसाल बन चुकी है।

सिधवलिया प्रखंड के दंगसी गांव में पिछले कई वर्षो से मुस्लिम समुदाय के लोग अपने नाम से लाइसेंस लेते है। जहा दुर्गा पूजा का पंडाल का निर्माण करते हैं। शमशाद, परवेज, पप्पू, इन्दारिश मियां और छोटे समेत कई लोग वर्षो से दुर्गापूजा मनाते आ रहे हैं।

न्यूज़18 में प्रकाशित खबर के अनुसार गोपालगंज गांव के युवा शमशाद के मुताबिक हर साल की तरह इस साल भी दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यहां हिन्दू मुस्लिम सभी समुदाय के लोग एक साथ मिलकर दुर्गापूजा और ईद मनाते हैं। वे लोगों से उम्मीद करते हैं कि वे भी इस गांव से सबक ले और मिलकर एक दूसरे के त्यौहार में शामिल हो।

इसी गांव के कन्हैया मांझी के मुताबिक जब से वे होश संभाले तब से इस गांव में हिन्दुओं के पर्व में मुस्लिम और मुस्लिम समुदाय के पर्व में हिन्दू धर्म के लोग बढ़ चढ़कर भाग हिस्सा लेते हैं और कौमी एकता की मिसाल पेश कर रहे हैं। हालांकि इस बार मुहर्रम और दुर्गा पूजा एक साथ होने से राजनितिक और आम लोगों में साम्प्रदयिक तनाव होने का जहाँ डर नज़र आ रहा है वही आपसी सौहाद्र बनाये रखने में दोनों की समुदाय के लोग लगे हुए हैं।