आखिरकार इराक ने मोसुल में इस्लामिक स्टेट पर ‘जीत’ दर्ज करने की घोषणा की है। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने रविवार (9 जुलाई, 2017) को मोसुल में जीत का ऐलान किया । आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के लिये यह करारी हार है।
इराकी प्रधानमंत्री दफ्तर ने एक बयान में कहा कि आब्दी ‘‘मुक्त कराये गये मोसुल में पहुंचे और जवानों तथा इराकी लोगों को इस अहम जीत की उपलब्धि पर बधाई दी।’’ तीन साल पहले आईएसआईएस ने मोसुल पर कब्जा जमा लिया था जिसके बाद पिछले तीन महीनों तक चले युद्ध के बाद आतंकियों पर इस जीत का ऐलान हुआ है।
मोसुल की सुनी सड़कों पर एक बार फिर जश्न मनाया जा रहा है , इराकी सैनिकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। नौ महीने तक चले संघर्ष के बाद इराक ने ये बड़ी जीत हासिल की है।
एक इराकी कमांडर ने बचे हुए आईएस लड़ाकों से लाउडस्पीकर पर आत्मसमर्पण करने को कहा था, मगर उनके कमांडर ने इसे ठुकरा दिया। लड़ाई अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री के कार्यालय द्वारा बयान जारी करने के दौरान भी बंदूकों के चलने और शहर में हवाई हमलों की आवाज सुनाई दे रही थी। मोसुल में जीत का एलान इराकी सुरक्षा बलों के लिये मील का पत्थर है जो 2014 से ही इराक में आईएस के आतंक के सफाये की कोशिश में जुटे थे।
एक इराकी प्रेक्षक ने द इंडिपेंडेंट से कहा, ”इसमें दो या तीन दिन और लग सकते हैं लेकिन इराकी सरकार यह सही कहती है कि आईएस के खिलाफ उसकी जंग की सबसे बड़ी लड़ाई जीत ली गई है।”
एक दिन पहले ही आतंकियों ने बड़ा जवाबी हमला किया था। संयुक्त अभियान कमांड ने कहा है, ‘‘हमारी सेना अभी भी आगे बढ़ रही है….नदी तक पंहुचने से पहले हमारी सेना के पास ज्यादा कुछ करने के लिए नहीं है।’’
इराकी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह इसी तरह की घोषणाएं की थी कि सुरक्षा बल दजला नदी के पास मोसुल के पुराने शहर के छोटी सी जगह तक ही सीमित की दिया था। हालांकि सेना का अभियान पिछले कुछ दिनों में धीमा हुआ है।
आईएस का नियंत्रण अब एक वर्ग किलोमीटर तक के क्षेत्र तक ही सीमित रह गया है। लेकिन वे लोग असैन्य नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, जिस कारण हवाई हमले संभव नहीं हो पा रहे।
संघीय पुलिस ने शनिवार को घोषणा थी कि उन्हें सौंपे गए क्षेत्र का काम पूरा कर लिया है, हालांकि नियमित रूप से सेना और विशेष बल आतंकियों का सामना करना जारी रखे हुआ है।